ग़ज़ल- "उफ़ ये चिलमन"
"उफ़ ये चिलमन"
मुझे अफ़साना कर दिया, बड़ा बेगाना कर दिया
तेरी राहे-ए-ग़ुरबत ने, मुझे दीवाना कर दिया
थे वो भी दिन चिलमन के
गुजरते हसी पल नशेमन के
आँसू परेसां इस मन के
तोड़ के दिल तूने मेरे, हाए पेमाना कर दिया
मुझे अफ़साना कर दिया, बड़ा बेगाना कर दिया
फ़हिमा चैन ना आया
इश्क़ मे दर्द ही पाया
जमाने ने था समझाया
जलाके आबरू मेरी , मुझे परवाना कर दिया
हाए अफ़साना कर दिया, बड़ा बेगाना कर दिया
फ़ीरू मे वक़्त का मारा
उफ़ तेरे चिस्त से हारा
बना जाहिल सा बंजारा
बनके "अमीरीए" शायर, बद सरे जमाना कर दिया
मुझे अफ़साना कर दिया, बड़ा बेगाना कर दिया
तेरी राहे-ए-ग़ुरबत ने, मुझे दीवाना कर दिया
Dev Lohan"अमीरीआ"
Comments
Post a Comment