सिलसिले
सिलसिले
क्या बताए मुव्वकील-
वो तो खुश्बू से नफ़रत के लिया जाने जाते हैं,
और
हम अपने जहाँ मे फुलो के कदरदार कहलाते हैं.
उनके घरो मे लगती हैं महफिले,
रुख़ हमारे बदनाम बताए जाते हैं.
कहते है दाग वो जिन्हे,
वो हमारे माथे पर तिलक लगाए जाते हैं.
कैसे करले मोहबत साकी हम इस जाम से,
ये जाम ही हमारी मोहबत को बेअदबी बताते है.
गर चाहते है वो हमे इस तरह तो फेर क्यूँ हमे सताते हैं.
अरे हाँ
वो तो खुश्बू से नफ़रत के लिया जाने जाते हैं,
और
हम अपने जहाँ मे फुलो के कदरदार कहलाते हैं.
क्यों करते है दुनिया सिर्फ़ बुलंदिओ से प्यार,
बाँटते
हैं जो जीत, क्यू न्ही बाँटते वो हार,
अक्सर मायूसियो मे पड़ती है, तन्हाइओ की मार.
देते है वो जखम गहरे, फिर हमारे जख़्मो पर ही हमे वो हसाते हैं,
हैं खुद वो किसी और की मोहताज, तो क्यू हम पर वो हक़ जताते हैं,
अरे भूल जाते है ह्म की,
वो तो खुश्बू से नफ़रत के लिया जाने जाते हैं,
और
हम अपने जहाँ मे फुलो के कदरदार कहलाते हैं.
Dev Lohan--Amireaa
mast e he
ReplyDeletethnk u bhai
ReplyDeletenice.Poeam.. just u touch in my heart...that great..thinking....
ReplyDeletethnk u very much himanshu
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